Unique Aerospace & Manufacturing IPO 23 दिसंबर से होगा लॉन्च, निवेशक जानें पूरी जानकारी
यूनिमेक एयरोस्पेस के आईपीओ में कुल 500 करोड़ रुपये के शेयर बिक्री की योजना है। इसमें 250 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है। इसके अलावा प्रमोटर द्वारा 250 करोड़ रुपये मूल्य के बिक्री प्रस्ताव (OFS) की पेशकश की जाएगी।
यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड अपना प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) लॉन्च करने जा रही है। यह आईपीओ 23 दिसंबर को खुलेगा और 26 दिसंबर को बंद हो जाएगा। एंकर निवेशकों के लिए यह मौका 20 दिसंबर से ही उपलब्ध होगा। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के अनुसार, इस आईपीओ के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई गई है।
आईपीओ की डिटेल्स
यूनिमेक एयरोस्पेस के आईपीओ में कुल 500 करोड़ रुपये के शेयर बिक्री की योजना है। इसमें 250 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है। इसके अलावा प्रमोटर द्वारा 250 करोड़ रुपये मूल्य के बिक्री प्रस्ताव (OFS) की पेशकश की जाएगी।
फ्रेश इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी की वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने, मशीनरी और उपकरण खरीदने, विस्तार के लिए पूंजीगत व्यय और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
इस इश्यू का प्रबंधन आनंद राठी एडवाइजर्स लिमिटेड और इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।
यूनिमेक एयरोस्पेस की कंपनी प्रोफाइल
यूनिमेक एयरोस्पेस एंड मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड की स्थापना साल 2016 में हुई थी। यह कंपनी एयरोस्पेस, सेमी-कंडक्टर और ऊर्जा क्षेत्र के लिए उपकरण, ग्राउंड सपोर्ट सिस्टम, और सटीक इंजीनियरिंग घटकों की आपूर्ति करती है। कंपनी के ग्राहक वैश्विक OEMs (मूल उपकरण निर्माता) और उनके लाइसेंसधारक हैं।
इस क्षेत्र में यूनिमेक अपनी विशिष्ट सेवाओं और उत्पादों के लिए जानी जाती है। आठ साल के संचालन के बाद कंपनी अब शेयर बाजार में लिस्टिंग के लिए तैयार है।
वित्तीय प्रदर्शन
यूनिमेक एयरोस्पेस का वित्तीय प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का राजस्व 121.70% की वृद्धि के साथ 208.77 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2023 में 94.17 करोड़ रुपये था।
इसके अलावा, कर पश्चात लाभ (PAT) में 154.84% की वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 2023 में यह लाभ 22.81 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 58.13 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के खर्चों में भी वृद्धि देखी गई है। वित्त वर्ष 2024 में कुल खर्च 109.39% बढ़कर 137.28 करोड़ रुपये हो गया। यह वृद्धि मुख्य रूप से कंपनी की बढ़ी हुई वार्षिक क्षमता और ऑर्डरों की अधिक संख्या की वजह से हुई।